
अजीत मिश्रा (खोजी)
बस्ती ।। विकास के नाम पर ‘पीला ईंट’ और भ्रष्टाचार का खेल, क्या यही है नगर पालिका की गुणवत्ता?
27 दिसंबर 25, उत्तर प्रदेश।
बस्ती। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति का दावा करती है, लेकिन बस्ती जिले के जिम्मेदार अधिकारी और ठेकेदार सरकार की साख पर बट्टा लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। ताजा मामला बस्ती नगर पालिका क्षेत्र के ब्राह्मण महासभा के बगल का है, जहाँ नाली निर्माण में सरेआम मानकों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।

सोयम ईंटों से लिखी जा रही भ्रष्टाचार की कहानी:—
स्थानीय मोहल्ले वासियों का आरोप है कि नाली निर्माण में अव्वल दर्जे की ईंटों के बजाय ‘सोयम’ (तीसरे दर्जे की) और ‘मीठी ईंटों’ का धड़ल्ले से इस्तेमाल किया जा रहा है। ये ईंटें इतनी कमजोर हैं कि हाथ लगाते ही चूरा हो रही हैं। जनता के टैक्स के पैसे को ठेकेदार और अधिकारियों की मिलीभगत से नाली में बहाया जा रहा है।
जनता ने खोला मोर्चा:—
अब बस्ती की जनता खामोश बैठने वाली नहीं है। जागरूक राहगीरों और स्थानीय निवासियों ने मौके पर पहुंचकर घटिया निर्माण का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि किस तरह पीले ईंटों की खेप उतारी गई है और उन्हीं से नाली खड़ी की जा रही है। लोगों का कहना है कि यह नाली पहली बरसात भी नहीं झेल पाएगी और धंस जाएगी।
सुलगते सवाल:—
🔥 क्या नगर पालिका के जेई (JE) और अधिशासी अधिकारी को यह घटिया काम दिखाई नहीं दे रहा?
🔥 क्या कमीशनखोरी के चक्कर में जनता की सुरक्षा और सुविधाओं से समझौता किया जा रहा है?
🔥 क्या जिलाधिकारी महोदय इस वायरल वीडियो का संज्ञान लेकर दोषियों पर कार्रवाई करेंगे या फाइलें दबा दी जाएंगी?
निष्कर्ष:—
ब्राह्मण महासभा जैसी महत्वपूर्ण जगह के पास हो रहा यह निर्माण कार्य भ्रष्टाचार का जीता-जागता प्रमाण है। अगर समय रहते इसकी जांच नहीं हुई और निर्माण को दोबारा सही मानकों के साथ नहीं कराया गया, तो यह सरकारी धन की खुली लूट मानी जाएगी।



















